एशिया-प्रशांत के आर्थिक वैश्वीकरण के नेतृत्व पर चीन के नए दिशानिर्देश

बीजिंग, 18 नवंबर (आईएएनएस)। हाल ही में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपेक) नेताओं की बैठक में घोषणा की कि चीन 2026 में एपेक के मेजबान के रूप में काम करेगा, जो एशिया-प्रशांत सहयोग को गहरा करने और क्षेत्र के लोगों को लाभ पहुंचाने के चीन के दृढ़ संकल्प को प्रदर्शित करता है। सुस्त वैश्विक आर्थिक विकास और बढ़ते संरक्षणवाद जैसी चुनौतियों का सामना करते हुए, राष्ट्रपति शी ने एक खुले और समावेशी एशिया-प्रशांत सहयोग पैटर्न का निर्माण करने, हरित नवाचार की विकास गति को विकसित करने और एक समावेशी विकास अवधारणा स्थापित करने, एशिया-प्रशांत और यहां तक​​ कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए भी दिशा निर्देश तैयार करने का प्रस्ताव रखा।वर्तमान में, आर्थिक वैश्वीकरण प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना कर रहा है, लेकिन प्रेरक शक्ति अभी भी प्रतिरोध से अधिक महत्वपूर्ण है। राष्ट्रपति शी की टिप्पणियों ने आर्थिक वैश्वीकरण के विकास पर छायी धुंध को साफ कर दिया है और आर्थिक वैश्वीकरण का नेतृत्व जारी रखने में एशिया-प्रशांत के आत्मविश्वास को बढ़ावा दिया है। एशिया-प्रशांत क्षेत्र ने शांतिपूर्ण और स्थिर वातावरण और बहुपक्षवाद पर भरोसा करके "एशिया-प्रशांत चमत्कार" बनाया है।आज, नए अवसरों और चुनौतियों का सामना करते हुए, एशिया-प्रशांत को आर्थिक वैश्वीकरण की सामान्य प्रवृत्ति से उत्तर खोजने और अगले "सुनहरे तीस साल" बनाने की जरूरत है। खुलापन और समावेशिता एशिया-प्रशांत की आधारशिला हैं। एपेक नेताओं की बैठक ने एशिया-प्रशांत मुक्त व्यापार क्षेत्र के निर्माण के लिए एक नया मार्गदर्शक दस्तावेज पारित किया, जो क्षेत्रीय व्यापार स्वतंत्रता को बढ़ावा देने के दृढ़ संकल्प को दर्शाता है। साथ ही, निवासियों की आय बढ़ाने और छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों के विकास को बढ़ावा देने की चीन की पहल से लोगों की भलाई बढ़ेगी और समावेशी आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।हरित और डिजिटल एशिया-प्रशांत में नई प्रेरक शक्ति बन गए हैं। राष्ट्रपति शी ने तकनीकी नवाचार के महत्व पर जोर दिया और घोषणा की कि चीन डिजिटल अर्थव्यवस्था के विकास में चीन के सकारात्मक रवैये को प्रदर्शित करते हुए सीमा पार डेटा प्रवाह पर एक वैश्विक सहयोग पहल जारी करेंगे। इससे एशिया-प्रशांत अर्थव्यवस्था में मजबूत प्रोत्साहन आएगा और हरित एशिया-प्रशांत और डिजिटल एशिया-प्रशांत का एक नया ब्रांड बनाने में मदद मिलेगी।एशिया-प्रशांत के एक महत्वपूर्ण सदस्य के रूप में, चीन के विकास से इस क्षेत्र को और लाभ होगा। व्यापक रूप से सुधार को गहरा करने और उच्च गुणवत्ता वाले विकास को बढ़ावा देने का चीन का निर्णय वैश्विक आर्थिक विकास में नई गति लाएगा। एपेक सदस्यों को खुलेपन और समावेशिता के सुनहरे ब्रांड को चमकाना जारी रखना चाहिए और संयुक्त रूप से एशिया-प्रशांत विकास के लिए एक उज्ज्वल भविष्य बनाना चाहिए।(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)--आईएएनएसएबीएम/

Nov 18, 2024 - 15:21
 0
एशिया-प्रशांत के आर्थिक वैश्वीकरण के नेतृत्व पर चीन के नए दिशानिर्देश

बीजिंग, 18 नवंबर (आईएएनएस)। हाल ही में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपेक) नेताओं की बैठक में घोषणा की कि चीन 2026 में एपेक के मेजबान के रूप में काम करेगा, जो एशिया-प्रशांत सहयोग को गहरा करने और क्षेत्र के लोगों को लाभ पहुंचाने के चीन के दृढ़ संकल्प को प्रदर्शित करता है।

सुस्त वैश्विक आर्थिक विकास और बढ़ते संरक्षणवाद जैसी चुनौतियों का सामना करते हुए, राष्ट्रपति शी ने एक खुले और समावेशी एशिया-प्रशांत सहयोग पैटर्न का निर्माण करने, हरित नवाचार की विकास गति को विकसित करने और एक समावेशी विकास अवधारणा स्थापित करने, एशिया-प्रशांत और यहां तक​​ कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए भी दिशा निर्देश तैयार करने का प्रस्ताव रखा।

वर्तमान में, आर्थिक वैश्वीकरण प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना कर रहा है, लेकिन प्रेरक शक्ति अभी भी प्रतिरोध से अधिक महत्वपूर्ण है। राष्ट्रपति शी की टिप्पणियों ने आर्थिक वैश्वीकरण के विकास पर छायी धुंध को साफ कर दिया है और आर्थिक वैश्वीकरण का नेतृत्व जारी रखने में एशिया-प्रशांत के आत्मविश्वास को बढ़ावा दिया है। एशिया-प्रशांत क्षेत्र ने शांतिपूर्ण और स्थिर वातावरण और बहुपक्षवाद पर भरोसा करके "एशिया-प्रशांत चमत्कार" बनाया है।

आज, नए अवसरों और चुनौतियों का सामना करते हुए, एशिया-प्रशांत को आर्थिक वैश्वीकरण की सामान्य प्रवृत्ति से उत्तर खोजने और अगले "सुनहरे तीस साल" बनाने की जरूरत है। खुलापन और समावेशिता एशिया-प्रशांत की आधारशिला हैं। एपेक नेताओं की बैठक ने एशिया-प्रशांत मुक्त व्यापार क्षेत्र के निर्माण के लिए एक नया मार्गदर्शक दस्तावेज पारित किया, जो क्षेत्रीय व्यापार स्वतंत्रता को बढ़ावा देने के दृढ़ संकल्प को दर्शाता है। साथ ही, निवासियों की आय बढ़ाने और छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों के विकास को बढ़ावा देने की चीन की पहल से लोगों की भलाई बढ़ेगी और समावेशी आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।

हरित और डिजिटल एशिया-प्रशांत में नई प्रेरक शक्ति बन गए हैं। राष्ट्रपति शी ने तकनीकी नवाचार के महत्व पर जोर दिया और घोषणा की कि चीन डिजिटल अर्थव्यवस्था के विकास में चीन के सकारात्मक रवैये को प्रदर्शित करते हुए सीमा पार डेटा प्रवाह पर एक वैश्विक सहयोग पहल जारी करेंगे। इससे एशिया-प्रशांत अर्थव्यवस्था में मजबूत प्रोत्साहन आएगा और हरित एशिया-प्रशांत और डिजिटल एशिया-प्रशांत का एक नया ब्रांड बनाने में मदद मिलेगी।

एशिया-प्रशांत के एक महत्वपूर्ण सदस्य के रूप में, चीन के विकास से इस क्षेत्र को और लाभ होगा। व्यापक रूप से सुधार को गहरा करने और उच्च गुणवत्ता वाले विकास को बढ़ावा देने का चीन का निर्णय वैश्विक आर्थिक विकास में नई गति लाएगा। एपेक सदस्यों को खुलेपन और समावेशिता के सुनहरे ब्रांड को चमकाना जारी रखना चाहिए और संयुक्त रूप से एशिया-प्रशांत विकास के लिए एक उज्ज्वल भविष्य बनाना चाहिए।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

--आईएएनएस

एबीएम/

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

HamroGlobalMedia तपाईं पनि हाम्रो वेबसाइट मा समाचार वा आफ्नो विचार लेख्न सक्नुहुन्छ। आजै खाता खोल्नुहोस्। https://www.hamroglobalmedia.com/register