2024 में 281 सहायता कर्मियों की मृत्यु, सबसे खराब वर्ष : संयुक्त राष्ट्र

न्यूयॉर्क, 23 नवंबर (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (ओसीएचए) ने शुक्रवार को कहा कि यह साल वैश्विक स्तर पर सहायता कर्मियों की मौतों के मामले में सबसे खराब वर्ष रहा है, जिसमें 281 मौतें हुई हैं।मानवीय मामलों के अवर महासचिव और आपातकालीन राहत समन्वयक टॉम फ्लेचर ने कहा, "मानवीय कार्यकर्ता अभूतपूर्व दर पर मारे जा रहे हैं, उनके साहस और मानवता का मुकाबला गोलियों और बमों से किया जा रहा है।"फ्लेचर के मुताबिक, "यह हिंसा सहायता कार्यों के लिए अमानवीय और विनाशकारी है। राज्यों और संघर्ष के पक्षों को मानवतावादियों की रक्षा करनी चाहिए, अंतरराष्ट्रीय कानून को बनाए रखना चाहिए, जिम्मेदार लोगों पर मुकदमा चलाना चाहिए और दंड से मुक्ति के इस युग को समाप्त करना चाहिए।"ओसीएचए ने कहा कि 2023 में भी 33 देशों में रिकॉर्ड 280 सहायताकर्मी मारे गए थे।संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के मुख्य प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने दुख जताया कि पिछले साल का रिकॉर्ड टूट गया, 'और अभी तो दिसंबर भी नहीं आया है।'समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, मानवीय कार्यालय ने कहा कि 7 अक्टूबर, 2023 से गाजा में मारे गए 320 से अधिक मानवीय कर्मियों की वजह से वैश्विक स्तर पर मौतों की संख्या बढ़ रही है।मानवीय सहायता प्रदान करते समय कई लोग ड्यूटी के दौरान मारे गए, उनमें से अधिकांश फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत एजेंसी के कर्मचारी थे, जिसे यूएनआरडब्ल्यूए के नाम से जाना जाता है।ओसीएचए ने कहा कि इस वर्ष दुनिया भर में मारे गए अधिकांश मानवतावादी, गैर-सरकारी संगठनों, संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों और रेड क्रॉस/रेड क्रिसेंट मूवमेंट के साथ काम करने वाले स्थानीय कर्मचारी थे।अफ़गानिस्तान, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, दक्षिण सूडान, सूडान, यूक्रेन और यमन सहित अन्य देशों में सहायता कार्यकर्ताओं के खिलाफ उच्च स्तर की हिंसा, अपहरण, उत्पीड़न और मनमाने ढंग से हिरासत में लिए जाने की खबरें मिली हैं।कार्यालय ने कहा कि सहायता कर्मियों के खिलाफ हिंसा संघर्ष क्षेत्रों में नागरिक हताहतों की बढ़ती संख्या की व्यापक प्रवृत्ति का हिस्सा है। पिछले साल, 14 सशस्त्र संघर्षों में 33,000 से अधिक नागरिक मौतें दर्ज की गईं, जो 2022 से 72 प्रतिशत की चौंका देने वाली वृद्धि है।खतरों के बावजूद, ओसीएचए ने कहा कि राहत संगठनों ने महत्वपूर्ण मदद प्रदान करना जारी रखा हैं। ये संगठन पिछले साल लगभग 144 मिलियन जरूरतमंद लोगों तक पहुंच बनाने में कामयाब रहे। संगठनों ने दुनिया भर में 116 मिलियन से अधिक लोगों की सहायता की।कार्यालय ने याद दिलाया कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने मानवीय कार्यकर्ताओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा और चेतावनियों के जवाब में मई में प्रस्ताव 2730 को अपनाया था।प्रस्ताव में संयुक्त राष्ट्र महासचिव को ऐसी घटनाओं को रोकने और उनका जवाब देने, जवाबदेही बढ़ाने और मानवीय कर्मियों और संपत्तियों की सुरक्षा में सुधार करने के उपायों की सिफारिश करने का अधिकार दिया गया ।--आईएएनएसएमके/

Nov 23, 2024 - 08:09
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2024 में 281 सहायता कर्मियों की मृत्यु, सबसे खराब वर्ष : संयुक्त राष्ट्र

न्यूयॉर्क, 23 नवंबर (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (ओसीएचए) ने शुक्रवार को कहा कि यह साल वैश्विक स्तर पर सहायता कर्मियों की मौतों के मामले में सबसे खराब वर्ष रहा है, जिसमें 281 मौतें हुई हैं।

मानवीय मामलों के अवर महासचिव और आपातकालीन राहत समन्वयक टॉम फ्लेचर ने कहा, "मानवीय कार्यकर्ता अभूतपूर्व दर पर मारे जा रहे हैं, उनके साहस और मानवता का मुकाबला गोलियों और बमों से किया जा रहा है।"

फ्लेचर के मुताबिक, "यह हिंसा सहायता कार्यों के लिए अमानवीय और विनाशकारी है। राज्यों और संघर्ष के पक्षों को मानवतावादियों की रक्षा करनी चाहिए, अंतरराष्ट्रीय कानून को बनाए रखना चाहिए, जिम्मेदार लोगों पर मुकदमा चलाना चाहिए और दंड से मुक्ति के इस युग को समाप्त करना चाहिए।"

ओसीएचए ने कहा कि 2023 में भी 33 देशों में रिकॉर्ड 280 सहायताकर्मी मारे गए थे।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के मुख्य प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने दुख जताया कि पिछले साल का रिकॉर्ड टूट गया, 'और अभी तो दिसंबर भी नहीं आया है।'

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, मानवीय कार्यालय ने कहा कि 7 अक्टूबर, 2023 से गाजा में मारे गए 320 से अधिक मानवीय कर्मियों की वजह से वैश्विक स्तर पर मौतों की संख्या बढ़ रही है।

मानवीय सहायता प्रदान करते समय कई लोग ड्यूटी के दौरान मारे गए, उनमें से अधिकांश फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत एजेंसी के कर्मचारी थे, जिसे यूएनआरडब्ल्यूए के नाम से जाना जाता है।

ओसीएचए ने कहा कि इस वर्ष दुनिया भर में मारे गए अधिकांश मानवतावादी, गैर-सरकारी संगठनों, संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों और रेड क्रॉस/रेड क्रिसेंट मूवमेंट के साथ काम करने वाले स्थानीय कर्मचारी थे।

अफ़गानिस्तान, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, दक्षिण सूडान, सूडान, यूक्रेन और यमन सहित अन्य देशों में सहायता कार्यकर्ताओं के खिलाफ उच्च स्तर की हिंसा, अपहरण, उत्पीड़न और मनमाने ढंग से हिरासत में लिए जाने की खबरें मिली हैं।

कार्यालय ने कहा कि सहायता कर्मियों के खिलाफ हिंसा संघर्ष क्षेत्रों में नागरिक हताहतों की बढ़ती संख्या की व्यापक प्रवृत्ति का हिस्सा है। पिछले साल, 14 सशस्त्र संघर्षों में 33,000 से अधिक नागरिक मौतें दर्ज की गईं, जो 2022 से 72 प्रतिशत की चौंका देने वाली वृद्धि है।

खतरों के बावजूद, ओसीएचए ने कहा कि राहत संगठनों ने महत्वपूर्ण मदद प्रदान करना जारी रखा हैं। ये संगठन पिछले साल लगभग 144 मिलियन जरूरतमंद लोगों तक पहुंच बनाने में कामयाब रहे। संगठनों ने दुनिया भर में 116 मिलियन से अधिक लोगों की सहायता की।

कार्यालय ने याद दिलाया कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने मानवीय कार्यकर्ताओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा और चेतावनियों के जवाब में मई में प्रस्ताव 2730 को अपनाया था।

प्रस्ताव में संयुक्त राष्ट्र महासचिव को ऐसी घटनाओं को रोकने और उनका जवाब देने, जवाबदेही बढ़ाने और मानवीय कर्मियों और संपत्तियों की सुरक्षा में सुधार करने के उपायों की सिफारिश करने का अधिकार दिया गया ।

--आईएएनएस

एमके/

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