फिलिस्तीनियों के साथ भारत: 30 टन मानवीय सहायता की दूसरी खेप भेजी

नई दिल्ली, 29 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत ने युद्ध प्रभावित क्षेत्र को अपना समर्थन जारी रखते हुए मंगलवार को फिलिस्तीन को 30 टन मानवीय सहायता भेजी। यह फिलिस्तीन के लोगों के लिए भारत की तरफ से मेडिकल दवाएं, आवश्यक जीवन रक्षक दवाएं और एंटी-कैंसर दवाएं ले जाने वाली दूसरी खेप है। विदेश मंत्रालय (एमईए) के अनुसार, "फिलिस्तीन के लोगों को भारत का समर्थन जारी है। उन्हें मानवीय सहायता प्रदान करते हुए, भारत ने जरूरी जीवन रक्षक और कैंसर रोधी दवाओं सहित 30 टन मेडिकल सप्लाई भेजी है।"इससे पहले 22 अक्टूबर को, भारत ने संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) के माध्यम से फिलिस्तीन को पहली खेप भेजी थी।इस शुरुआती खेप में 30 टन दवाइयां और खाद्य पदार्थ शामिल थे, जिनमें कई जरूरी मेडिकल सप्लाई, सर्जिकल आइटम्स, डेंटल प्रोडक्ट्स, जनरल मेडिकल आइटम्स और हाई एनर्जी बिस्कुट शामिल थे।इसी तरह की मानवीय पहल में, भारत ने 18 अक्टूबर को लेबनान को 11 टन मेडिकल सप्लाई की खेप भेजी। दक्षिणी लेबनान में बढ़ते संघर्ष के जवाब में कुल 33 टन सहायता की योजना बनाई गई।भारत ने फिलिस्तीनियों की मदद करने वाली संयुक्त राष्ट्र एजेंसी को समर्थन जारी रखने का वचन दिया था, जो वित्तीय संकट का सामना कर रही है, क्योंकि हमास-इजरायल संघर्ष के कारण इसकी ज़रूरतें बढ़ गई हैं।फिलिस्तीनी मुद्दे के लिए भारत का समर्थन देश की विदेश नीति का अभिन्न अंग है।1974 में, भारत फिलिस्तीन मुक्ति संगठन (पीएलओ) को फिलिस्तीनी लोगों के एकमात्र और वैध प्रतिनिधि के रूप में मान्यता देने वाला पहला गैर-अरब राज्य बना।1988 में, भारत फिलिस्तीनी राज्य को मान्यता देने वाले पहले देशों में से एक बन गया। 1996 में, भारत ने गाजा में अपना प्रतिनिधि कार्यालय खोला, जिसे बाद में 2003 में रामल्लाह में स्थानांतरित कर दिया गया।--आईएएनएसएमके/

Oct 29, 2024 - 08:23
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फिलिस्तीनियों के साथ भारत: 30 टन मानवीय सहायता की दूसरी खेप भेजी

नई दिल्ली, 29 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत ने युद्ध प्रभावित क्षेत्र को अपना समर्थन जारी रखते हुए मंगलवार को फिलिस्तीन को 30 टन मानवीय सहायता भेजी। यह फिलिस्तीन के लोगों के लिए भारत की तरफ से मेडिकल दवाएं, आवश्यक जीवन रक्षक दवाएं और एंटी-कैंसर दवाएं ले जाने वाली दूसरी खेप है।

विदेश मंत्रालय (एमईए) के अनुसार, "फिलिस्तीन के लोगों को भारत का समर्थन जारी है। उन्हें मानवीय सहायता प्रदान करते हुए, भारत ने जरूरी जीवन रक्षक और कैंसर रोधी दवाओं सहित 30 टन मेडिकल सप्लाई भेजी है।"

इससे पहले 22 अक्टूबर को, भारत ने संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) के माध्यम से फिलिस्तीन को पहली खेप भेजी थी।

इस शुरुआती खेप में 30 टन दवाइयां और खाद्य पदार्थ शामिल थे, जिनमें कई जरूरी मेडिकल सप्लाई, सर्जिकल आइटम्स, डेंटल प्रोडक्ट्स, जनरल मेडिकल आइटम्स और हाई एनर्जी बिस्कुट शामिल थे।

इसी तरह की मानवीय पहल में, भारत ने 18 अक्टूबर को लेबनान को 11 टन मेडिकल सप्लाई की खेप भेजी। दक्षिणी लेबनान में बढ़ते संघर्ष के जवाब में कुल 33 टन सहायता की योजना बनाई गई।

भारत ने फिलिस्तीनियों की मदद करने वाली संयुक्त राष्ट्र एजेंसी को समर्थन जारी रखने का वचन दिया था, जो वित्तीय संकट का सामना कर रही है, क्योंकि हमास-इजरायल संघर्ष के कारण इसकी ज़रूरतें बढ़ गई हैं।

फिलिस्तीनी मुद्दे के लिए भारत का समर्थन देश की विदेश नीति का अभिन्न अंग है।

1974 में, भारत फिलिस्तीन मुक्ति संगठन (पीएलओ) को फिलिस्तीनी लोगों के एकमात्र और वैध प्रतिनिधि के रूप में मान्यता देने वाला पहला गैर-अरब राज्य बना।

1988 में, भारत फिलिस्तीनी राज्य को मान्यता देने वाले पहले देशों में से एक बन गया। 1996 में, भारत ने गाजा में अपना प्रतिनिधि कार्यालय खोला, जिसे बाद में 2003 में रामल्लाह में स्थानांतरित कर दिया गया।

--आईएएनएस

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