भारत के अरबपति की बेटी युगांडा की जेल में क्यों हैं बंद, जानें कौन हैं वसुंधरा ओसवाल?
नई दिल्ली, 21 अक्टूबर (आईएएनएस)। सोशल मीडिया पर 26 साल की वसुंधरा ओसवाल का नाम इन दिनों सुर्खियों में बना हुआ है। भारतीय मूल के स्विस उद्योगपति पंकज ओसवाल की बेटी को युगांडा में हिरासत में लिया गया है। इस मामले को लेकर उद्योगपति ने संयुक्त राष्ट्र में अपील दायर की है। दरअसल, वसुंधरा ओसवाल भारतीय मूल के स्विस उद्योगपति पंकज ओसवाल की बेटी हैं। उनका जन्म 1999 में हुआ था। वह भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया और स्विट्जरलैंड में पली बढ़ीं। उन्होंने प्रो इंडस्ट्रीज की स्थापना की और वे इसकी एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसी महीने 1 अक्टूबर को युगांडा के एक्स्ट्रा न्यूट्रल अल्कोहल प्लांट के दौरे के दौरान वसुंधरा ओसवाल को कई हथियारबंद लोगों ने हिरासत में लिया था। पता चला है कि उन्होंने खुद को कानून प्रवर्तन अधिकारी बताया था। लेकिन, वसुंधरा को हिरासत में लेने के दौरान उनके पास न तो कोई वारंट था और न ही उन्होंने किसी तरह का कोई आईडी प्रूफ दिखाया था।सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों के मुताबिक, वसुंधरा ओसवाल को बहुत ही खराब हालत में रखा गया है। उन्हें 90 घंटे से अधिक समय तक एक जूते से भरे कमरे में रहने के लिए मजबूर किया गया। इसके अलावा नहाने भी नहीं दिया गया है और खाने-पीने की सुविधाओं से वंचित रखा गया है।कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वसुंधरा को शेफ की हत्या और उसके अपहरण के आरोप में हिरासत में लिया गया है।इस बीच, वसुंधरा की रिहाई को लेकर परिवार ने संयुक्त राष्ट्र में अपील दायर की है। उन्होंने युगांडा सरकार से भी मदद की अपील की है और पंकज ओसवाल ने युगांडा के राष्ट्रपति को भी पत्र लिखकर बेटी की रिहाई के लिए हस्तक्षेप का आग्रह किया है।--आईएएनएसएफएम/एकेजे
नई दिल्ली, 21 अक्टूबर (आईएएनएस)। सोशल मीडिया पर 26 साल की वसुंधरा ओसवाल का नाम इन दिनों सुर्खियों में बना हुआ है। भारतीय मूल के स्विस उद्योगपति पंकज ओसवाल की बेटी को युगांडा में हिरासत में लिया गया है। इस मामले को लेकर उद्योगपति ने संयुक्त राष्ट्र में अपील दायर की है।
दरअसल, वसुंधरा ओसवाल भारतीय मूल के स्विस उद्योगपति पंकज ओसवाल की बेटी हैं। उनका जन्म 1999 में हुआ था। वह भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया और स्विट्जरलैंड में पली बढ़ीं। उन्होंने प्रो इंडस्ट्रीज की स्थापना की और वे इसकी एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसी महीने 1 अक्टूबर को युगांडा के एक्स्ट्रा न्यूट्रल अल्कोहल प्लांट के दौरे के दौरान वसुंधरा ओसवाल को कई हथियारबंद लोगों ने हिरासत में लिया था। पता चला है कि उन्होंने खुद को कानून प्रवर्तन अधिकारी बताया था। लेकिन, वसुंधरा को हिरासत में लेने के दौरान उनके पास न तो कोई वारंट था और न ही उन्होंने किसी तरह का कोई आईडी प्रूफ दिखाया था।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों के मुताबिक, वसुंधरा ओसवाल को बहुत ही खराब हालत में रखा गया है। उन्हें 90 घंटे से अधिक समय तक एक जूते से भरे कमरे में रहने के लिए मजबूर किया गया। इसके अलावा नहाने भी नहीं दिया गया है और खाने-पीने की सुविधाओं से वंचित रखा गया है।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वसुंधरा को शेफ की हत्या और उसके अपहरण के आरोप में हिरासत में लिया गया है।
इस बीच, वसुंधरा की रिहाई को लेकर परिवार ने संयुक्त राष्ट्र में अपील दायर की है। उन्होंने युगांडा सरकार से भी मदद की अपील की है और पंकज ओसवाल ने युगांडा के राष्ट्रपति को भी पत्र लिखकर बेटी की रिहाई के लिए हस्तक्षेप का आग्रह किया है।
--आईएएनएस
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