बिजली की कमी झेल रहे अफगानिस्तान में अब 900 मेगावाट इलेक्ट्रिसिटी उपलब्ध, सरकार का दावा

काबुल, 20 अक्टूबर (आईएएनएस)। अफगानिस्तान में 900 मेगावाट बिजली अब उपलब्ध है और इसकी क्षमता को बढ़ाकर 1,000 मेगावाट करने की कोशिश चर रही है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक कार्यवाहक ऊर्जा एवं जल मंत्री अब्दुल लतीफ मंसूर ने यह जानकारी दी। सरकारी समाचार एजेंसी बख्तर के अनुसार, मंत्री ने शनिवार को काबुल से 60 किलोमीटर पूर्व में नागलो जिले में 10 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना के उद्घाटन समारोह में अपने भाषण के दौरान यह बात कही।समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने बख्तर के हवाले से बताया कि अफगानिस्तान घरेलू स्रोतों से लगभग 300 मेगावाट बिजली का उत्पादन करता है और पड़ोसी देशों उज्बेकिस्तान, ताजिकिस्तान, ईरान और तुर्कमेनिस्तान से सालाना 620 मेगावाट बिजली का आयात करता है।बिजली की कमी को दूर करने के लिए प्रशासन सोलर पैनल और गैस से बिजली बनाने पर काम कर रहा है और कई प्रांतों में जल बांध बना रहा है।अफगानिस्तान में बिजली की कमी और लोड शेडिंग हर जगह है, जिसमें राजधानी काबुल भी शामिल है। राजधानी के निवासी नियमित रूप से 24 घंटों में से आठ से 10 घंटे बिजली की कमी से जूझ रहे हैं।अफगान प्रशासन ने कुछ हफ्ते पहले काबुल के बाहर 22.75 मेगावाट की सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता वाली परियोजना की आधारशिला रखी थी। निजी क्षेत्र के 18.2 मिलियन डॉलर के सहयोग से यह प्रोजेक्ट 10 महीने में पूरी हो जाएगा।--आईएएनएसएमके/

Oct 20, 2024 - 10:11
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बिजली की कमी झेल रहे अफगानिस्तान में अब 900 मेगावाट इलेक्ट्रिसिटी उपलब्ध, सरकार का दावा

काबुल, 20 अक्टूबर (आईएएनएस)। अफगानिस्तान में 900 मेगावाट बिजली अब उपलब्ध है और इसकी क्षमता को बढ़ाकर 1,000 मेगावाट करने की कोशिश चर रही है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक कार्यवाहक ऊर्जा एवं जल मंत्री अब्दुल लतीफ मंसूर ने यह जानकारी दी।

सरकारी समाचार एजेंसी बख्तर के अनुसार, मंत्री ने शनिवार को काबुल से 60 किलोमीटर पूर्व में नागलो जिले में 10 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना के उद्घाटन समारोह में अपने भाषण के दौरान यह बात कही।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने बख्तर के हवाले से बताया कि अफगानिस्तान घरेलू स्रोतों से लगभग 300 मेगावाट बिजली का उत्पादन करता है और पड़ोसी देशों उज्बेकिस्तान, ताजिकिस्तान, ईरान और तुर्कमेनिस्तान से सालाना 620 मेगावाट बिजली का आयात करता है।

बिजली की कमी को दूर करने के लिए प्रशासन सोलर पैनल और गैस से बिजली बनाने पर काम कर रहा है और कई प्रांतों में जल बांध बना रहा है।

अफगानिस्तान में बिजली की कमी और लोड शेडिंग हर जगह है, जिसमें राजधानी काबुल भी शामिल है। राजधानी के निवासी नियमित रूप से 24 घंटों में से आठ से 10 घंटे बिजली की कमी से जूझ रहे हैं।

अफगान प्रशासन ने कुछ हफ्ते पहले काबुल के बाहर 22.75 मेगावाट की सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता वाली परियोजना की आधारशिला रखी थी। निजी क्षेत्र के 18.2 मिलियन डॉलर के सहयोग से यह प्रोजेक्ट 10 महीने में पूरी हो जाएगा।

--आईएएनएस

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