लेबनान से भागा हिजबुल्लाह का डिप्टी लीडर, इजरायल के 'दुश्मन मुल्क' में ली शरण: रिपोर्ट

नई दिल्ली, 20 अक्टूबर (आईएएनएस)। हिजबुल्लाह के डिप्टी लीडर और संगठन के उप महासचिव नईम कासिम इस समय ईरान में है। करीब हफ्ते पहले वह एक ईरानी प्लेन से लेबनान से भागने में कामयाब रहा। द टाइम ऑफ इजरायल के मुताबिक यूएई बेस्ड एरेम न्यूज ने एक अज्ञात ईरानी सूत्र के हवाले से यह खुलासा किया। सूत्र का कहना है कि इजरायल द्वारा हत्या के डर से इस्लामिक गणराज्य के शीर्ष नेताओं ने उनके स्थानांतरण का आदेश दिया था।रिपोर्ट के मुताबिक कासिम कथित तौर पर 5 अक्टूबर को तेहरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची द्वारा लेबनान और सीरिया की राजकीय यात्रा के लिए इस्तेमाल किए गए विमान से बेरूत से रवाना हुआ।कासिम ने हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की मौत के बाद से तीन भाषण दिए हैं। सूत्र का कहना है कि पहला भाषण बेरूत में रिकॉर्ड किया गया था, जबकि दूसरा और तीसरा भाषण तेहरान में दिया गया।71 वर्षीय नईम कासिम को अक्सर हिजबुल्लाह में 'नंबर दो' के रूप में देखा जाता है। कासिम का शिया राजनीति से लंबा जुड़ाव रहा है।1970 के दशक में, वह इमाम मूसा अल-सदर के आंदोलन में शामिल हुआ। यही आंदोलन बाद में लेबनान में एक शिया ग्रुप के 'अमल आंदोलन' का हिस्सा बना। बाद में कासिम ने 'अमल आंदोलन' से अलग हो गया। उसने 1980 के दशक की शुरुआत में हिजबुल्लाह की स्थापना में मदद की। वह ग्रुप के संस्थापक धार्मिक विद्वानों में से एक है।बता दें इजरायल डिफेंस फोर्सेज ने पिछले 27 सितंबर को, हिजबुल्ला चीफ हसन नसरल्लाह को मार गिराया था। वह 30 साल की उम्र में 1992 में हिजबुल्लाह का महासचिव बना था। अगले 32 वर्षों में उसने हिजबुल्लाह को न सिर्फ लेबनान बल्कि मध्य पूर्व की एक बड़ी ताकत बना दिया था।नसरल्लाह की मौत के बाद कासिम ने 30 सितंबर को कहा कि ईरान समर्थित लेबनानी संगठन अपनी लड़ाई में 'विजेता बनकर उभरेगा।' उन्होंने कहा कि उनका ग्रुप लेबनान पर इजरायली सेना के जमीनी हमले का मुकाबला करेगा।--आईएएनएसएमके/

Oct 20, 2024 - 11:05
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लेबनान से भागा हिजबुल्लाह का डिप्टी लीडर, इजरायल के 'दुश्मन मुल्क' में ली शरण: रिपोर्ट

नई दिल्ली, 20 अक्टूबर (आईएएनएस)। हिजबुल्लाह के डिप्टी लीडर और संगठन के उप महासचिव नईम कासिम इस समय ईरान में है। करीब हफ्ते पहले वह एक ईरानी प्लेन से लेबनान से भागने में कामयाब रहा। द टाइम ऑफ इजरायल के मुताबिक यूएई बेस्ड एरेम न्यूज ने एक अज्ञात ईरानी सूत्र के हवाले से यह खुलासा किया।

सूत्र का कहना है कि इजरायल द्वारा हत्या के डर से इस्लामिक गणराज्य के शीर्ष नेताओं ने उनके स्थानांतरण का आदेश दिया था।

रिपोर्ट के मुताबिक कासिम कथित तौर पर 5 अक्टूबर को तेहरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची द्वारा लेबनान और सीरिया की राजकीय यात्रा के लिए इस्तेमाल किए गए विमान से बेरूत से रवाना हुआ।

कासिम ने हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की मौत के बाद से तीन भाषण दिए हैं। सूत्र का कहना है कि पहला भाषण बेरूत में रिकॉर्ड किया गया था, जबकि दूसरा और तीसरा भाषण तेहरान में दिया गया।

71 वर्षीय नईम कासिम को अक्सर हिजबुल्लाह में 'नंबर दो' के रूप में देखा जाता है। कासिम का शिया राजनीति से लंबा जुड़ाव रहा है।

1970 के दशक में, वह इमाम मूसा अल-सदर के आंदोलन में शामिल हुआ। यही आंदोलन बाद में लेबनान में एक शिया ग्रुप के 'अमल आंदोलन' का हिस्सा बना। बाद में कासिम ने 'अमल आंदोलन' से अलग हो गया। उसने 1980 के दशक की शुरुआत में हिजबुल्लाह की स्थापना में मदद की। वह ग्रुप के संस्थापक धार्मिक विद्वानों में से एक है।

बता दें इजरायल डिफेंस फोर्सेज ने पिछले 27 सितंबर को, हिजबुल्ला चीफ हसन नसरल्लाह को मार गिराया था। वह 30 साल की उम्र में 1992 में हिजबुल्लाह का महासचिव बना था। अगले 32 वर्षों में उसने हिजबुल्लाह को न सिर्फ लेबनान बल्कि मध्य पूर्व की एक बड़ी ताकत बना दिया था।

नसरल्लाह की मौत के बाद कासिम ने 30 सितंबर को कहा कि ईरान समर्थित लेबनानी संगठन अपनी लड़ाई में 'विजेता बनकर उभरेगा।' उन्होंने कहा कि उनका ग्रुप लेबनान पर इजरायली सेना के जमीनी हमले का मुकाबला करेगा।

--आईएएनएस

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