पाकिस्तान के लिए नासूर बना 'आतंकवाद', अक्टूबर में टेररिस्ट अटैक में 198 की मौत, 111 घायल

इस्लामाबाद, 3 नवंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान के लिए आतंकवाद एक बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। अक्टूबर के दौरान देश में अलग-अलग आतंकी हमलों में कुल 198 लोग मारे गए और 111 अन्य घायल हो गए। इस्लामाबाद स्थित थिंक टैंक पाकिस्तान इंस्टीट्यूट फॉर कॉन्फ्लिक्ट एंड सिक्योरिटी स्टडीज (पीआईसीएसएस) ने शनिवार को यह जानकारी दी। पीआईसीएसएस की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, आतंकवादी हमलों की संख्या में मामूली कमी के बावजूद, 'अक्टूबर' वर्ष का दूसरा सबसे घातक महीना बनकर उभरा है। इससे पहले अगस्त है जब ऐसी घटनाओं में 254 लोग मारे गए और 150 अन्य घायल हुए।मारे गए लोगों में 89 आतंकवादी, 62 सुरक्षाकर्मी और 38 नागरिक शामिल हैं, जबकि हमलों में 56 नागरिक, 44 सुरक्षाकर्मी और 11 आतंकवादी घायल हुए।समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार थिंक टैंक ने कहा कि पिछले महीने आतंकवादियों और सुरक्षा बलों की सबसे अधिक मौतें दर्ज की गईं, जिनमें से 81 प्रतिशत मौतें लड़ाकों की हुईं।पीआईसीएसएस के आंकड़ों से पता चलता है कि अक्टूबर में 68 घटनाओं के साथ आतंकवादी हमलों में 12 प्रतिशत की कमी आई, लेकिन सितंबर की तुलना में मौतों की संख्या में 77 प्रतिशत की वृद्धि हुई।रिपोर्ट यह भी बताती है कि 87 प्रतिशत हमले देश के उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में केंद्रित थे। इसके बाद दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांत में 24 घटनाएं हुईं, जबकि बाकी हमले दक्षिण एशियाई देश के अन्य क्षेत्रों में हुए।थिंक टैंक ने कहा, "पाकिस्तान ने 2024 के पहले 10 महीनों के दौरान कुल 785 आतंकवादी हमलों का सामना किया, जिसके कारण 951 मौतें और 966 घायल हुए हैं, जो देश भर में हिंसा के लगातार उच्च स्तर को दर्शाता है।"--आईएएनएसएमके/

Nov 3, 2024 - 06:37
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पाकिस्तान के लिए नासूर बना 'आतंकवाद', अक्टूबर में टेररिस्ट अटैक में 198 की मौत, 111 घायल

इस्लामाबाद, 3 नवंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान के लिए आतंकवाद एक बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। अक्टूबर के दौरान देश में अलग-अलग आतंकी हमलों में कुल 198 लोग मारे गए और 111 अन्य घायल हो गए। इस्लामाबाद स्थित थिंक टैंक पाकिस्तान इंस्टीट्यूट फॉर कॉन्फ्लिक्ट एंड सिक्योरिटी स्टडीज (पीआईसीएसएस) ने शनिवार को यह जानकारी दी।

पीआईसीएसएस की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, आतंकवादी हमलों की संख्या में मामूली कमी के बावजूद, 'अक्टूबर' वर्ष का दूसरा सबसे घातक महीना बनकर उभरा है। इससे पहले अगस्त है जब ऐसी घटनाओं में 254 लोग मारे गए और 150 अन्य घायल हुए।

मारे गए लोगों में 89 आतंकवादी, 62 सुरक्षाकर्मी और 38 नागरिक शामिल हैं, जबकि हमलों में 56 नागरिक, 44 सुरक्षाकर्मी और 11 आतंकवादी घायल हुए।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार थिंक टैंक ने कहा कि पिछले महीने आतंकवादियों और सुरक्षा बलों की सबसे अधिक मौतें दर्ज की गईं, जिनमें से 81 प्रतिशत मौतें लड़ाकों की हुईं।

पीआईसीएसएस के आंकड़ों से पता चलता है कि अक्टूबर में 68 घटनाओं के साथ आतंकवादी हमलों में 12 प्रतिशत की कमी आई, लेकिन सितंबर की तुलना में मौतों की संख्या में 77 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

रिपोर्ट यह भी बताती है कि 87 प्रतिशत हमले देश के उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में केंद्रित थे। इसके बाद दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांत में 24 घटनाएं हुईं, जबकि बाकी हमले दक्षिण एशियाई देश के अन्य क्षेत्रों में हुए।

थिंक टैंक ने कहा, "पाकिस्तान ने 2024 के पहले 10 महीनों के दौरान कुल 785 आतंकवादी हमलों का सामना किया, जिसके कारण 951 मौतें और 966 घायल हुए हैं, जो देश भर में हिंसा के लगातार उच्च स्तर को दर्शाता है।"

--आईएएनएस

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