अमेरिक की राजधानी में तेजी से बढ़ रहे हैं 'वॉकिंग निमोनिया' के मामले

न्यूयॉर्क, 16 नवंबर (आईएएनएस)। अमेरिका के वाशिंगटन डी.सी. क्षेत्र में छोटे बच्चों में निमोनिया के मामले बढ़ रहे हैं। बाल रोग विशेषज्ञों और सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि उन बच्चों में इस बीमारी के बेहद हल्के लक्षण देखने को मिल रहे हैं।समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने वाशिंगटन पोस्ट के हवाले से बताया, "माइकोप्लाज्मा निमोनिया नामक बैक्टीरिया के फैलने से 'वॉकिंग न्यूमोनिया' के मामलों में वृद्धि देखने को मिल रही है।"इस निमोनिया को 'वॉकिंग न्यूमोनिया' का नाम इसलिए दिया गया है क्योंकि इसमें मरीज की हालत गंभीर नहीं होती। उसमें इस बीमारी के काफी हल्के लक्षण दिखाई देते हैं। वहीं, आम निमोनिया में तेज बुखार आता है और मरीज को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता भी हो सकती है।अमेरिका के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के अनुसार, देश भर में अक्टूबर की शुरुआत में समाप्त छह महीने की अवधि में आपातकालीन विभाग में आने वाले बच्चों में माइकोप्लाज्मा से संबंधित मामले बढ़े हैं।सामान्यतः यह संक्रमण स्कूल जाने की उम्र के बच्चों को प्रभावित करता है, सीडीसी ने पाया है कि दो से चार साल के बच्चों में बीमारी के मामले एक से सात प्रतिशत तक बढ़े हैं। वहीं पांच से 17 साल के बच्चों में बीमारी के मामलों में चार से सात प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। अगस्त के आंकड़ों से पता चलता है कि इन आयु समूहों में वॉकिंग निमोनिया के मामले बढ़े हैं।--आईएएनएसएमकेएस/

Nov 16, 2024 - 11:45
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अमेरिक की राजधानी में तेजी से बढ़ रहे हैं 'वॉकिंग निमोनिया' के मामले

न्यूयॉर्क, 16 नवंबर (आईएएनएस)। अमेरिका के वाशिंगटन डी.सी. क्षेत्र में छोटे बच्चों में निमोनिया के मामले बढ़ रहे हैं। बाल रोग विशेषज्ञों और सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि उन बच्चों में इस बीमारी के बेहद हल्के लक्षण देखने को मिल रहे हैं।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने वाशिंगटन पोस्ट के हवाले से बताया, "माइकोप्लाज्मा निमोनिया नामक बैक्टीरिया के फैलने से 'वॉकिंग न्यूमोनिया' के मामलों में वृद्धि देखने को मिल रही है।"

इस निमोनिया को 'वॉकिंग न्यूमोनिया' का नाम इसलिए दिया गया है क्योंकि इसमें मरीज की हालत गंभीर नहीं होती। उसमें इस बीमारी के काफी हल्के लक्षण दिखाई देते हैं। वहीं, आम निमोनिया में तेज बुखार आता है और मरीज को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता भी हो सकती है।

अमेरिका के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के अनुसार, देश भर में अक्टूबर की शुरुआत में समाप्त छह महीने की अवधि में आपातकालीन विभाग में आने वाले बच्चों में माइकोप्लाज्मा से संबंधित मामले बढ़े हैं।

सामान्यतः यह संक्रमण स्कूल जाने की उम्र के बच्चों को प्रभावित करता है, सीडीसी ने पाया है कि दो से चार साल के बच्चों में बीमारी के मामले एक से सात प्रतिशत तक बढ़े हैं। वहीं पांच से 17 साल के बच्चों में बीमारी के मामलों में चार से सात प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। अगस्त के आंकड़ों से पता चलता है कि इन आयु समूहों में वॉकिंग निमोनिया के मामले बढ़े हैं।

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