'सबसे गंभीर मामला' - ईरान की बड़ी 'घुसपैठ' से हैरान इजरायल, 7 गिरफ्तार

यरूशलम, 22 अक्टूबर (आईएएनएस)। इजरायल ने अपने सात नागिरकों को ईरान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। अभियोजकों ने सोमवार को बताया कि सातों आरोपियों को पिछले महीने पकड़ा गया। इजरायली पुलिस की 'लाहाव 433 सीरियस क्राइम यूनिट' के मुख्य अधीक्षक यारोन बिन्यामिन ने कहा, 'यह अब तक की हमारी जांच में सबसे गंभीर मामलों में से एक है।'द टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक सभी संदिग्ध हाइफा और उत्तरी क्षेत्र के निवासी हैं जो अजरबैजान से आकर बसे हैं। इनमें एक आरोपी सेना में रह चुका है। इसके अलावा 16-17 साल के दो नाबालिग भी शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने दो साल में करीब 600 मिशन पूरे किए।कथित तौर पर इजरायलियों ने दो ईरानी एजेंटों के साथ बातचीत की, जिन्होंने खुद को 'अलहान' और 'ओरहान' बताया। उन्हें यह मालूम था कि जो जानकारी वो दे रहे हैं, वह देश को खतरे में डाल सकती है।एक पुलिस सूत्र ने कहा, "वे काम पाने के लिए बेताब थे, क्योंकि वे पैसे के लिए बेताब थे।"संदिग्धों पर ईरानी एजेंटों के निर्देश पर तेल अवीव में किर्या डिफेंस हेडक्वाटर, नेवातिम और रमत डेविड एयरपोर्ट सहित आईडीएफ ठिकानों की तस्वीरें लेने और जानकारी इकट्ठा करने का आरोप है। ईरानी एजेंटों के साथ आरोपी, तुर्की मध्यस्थ के जरिए संपर्क में थे।संदिग्धों पर जिन जगहों की जासूसी करने का आरोप है, उनमें से कुछ को पिछले साल युद्ध छिड़ने के बाद से निशाना बनाया गया है। नेवातिम बेस को दो ईरानी मिसाइल अटैक में निशाना बनाया गया और रमत डेविड को हिजबुल्लाह ने निशाना बनाया।संदिग्धों पर आयरन डोम बैटरी, बंदरगाहों और एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर, जिसमें हदेरा का पावर प्लांट भी शामिल है, के बारे में जानकारी इक्ट्ठा करने का भी आरोप है।रिपोर्ट के मुताबिक चैनल 12 ने बताया कि एक बार संदिग्धों ने गैलिली में वायु सेना के ऑब्जरवेशन गुब्बारे की सटीक लोकेशन की तस्वीर खींची और उसे अपने संपर्कों को भेजा। कहा जाता है कि इस जगह पर लगभग एक महीने बाद सीधा हमला हुआ था।आरोपियों ने कथित तौर पर अपने ईरानी संपर्कों को तेहरान द्वारा अप्रैल में इजरायल पर किए गए हमले के बाद रॉकेट के प्रत्यक्ष प्रभावों के बारे में जानकारी दी। यह जानकारी इस्लामिक गणराज्य को भविष्य के हमलों में अपनी सटीकता को बेहतर बनाने में मदद कर सकती है।शिन बेट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "जांच के हिस्से के रूप में, बहुत मटेरियल जब्त किया गया, जो नेटवर्क के मेंबर्स ने इक्ट्ठा किया था और जिसे ईरानी एजेंटों को दिया गया। इनमें देश भर में इजरायल रक्षा बलों के ठिकानों, बंदरगाहों और इजरायल में एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर की तस्वीरें और वीडियो शामिल हैं, जबकि देश कई मोर्चों पर युद्ध में है।"अधिकारी ने कहा, "हमारा आकलन है कि इस गिरोह की गतिविधियों से इजरायल की सुरक्षा को नुकसान पहुंचा है।"--आईएएनएसएमके/

Oct 22, 2024 - 08:47
 0
'सबसे गंभीर मामला' - ईरान की बड़ी 'घुसपैठ' से हैरान इजरायल, 7 गिरफ्तार

यरूशलम, 22 अक्टूबर (आईएएनएस)। इजरायल ने अपने सात नागिरकों को ईरान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। अभियोजकों ने सोमवार को बताया कि सातों आरोपियों को पिछले महीने पकड़ा गया।

इजरायली पुलिस की 'लाहाव 433 सीरियस क्राइम यूनिट' के मुख्य अधीक्षक यारोन बिन्यामिन ने कहा, 'यह अब तक की हमारी जांच में सबसे गंभीर मामलों में से एक है।'

द टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक सभी संदिग्ध हाइफा और उत्तरी क्षेत्र के निवासी हैं जो अजरबैजान से आकर बसे हैं। इनमें एक आरोपी सेना में रह चुका है। इसके अलावा 16-17 साल के दो नाबालिग भी शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने दो साल में करीब 600 मिशन पूरे किए।

कथित तौर पर इजरायलियों ने दो ईरानी एजेंटों के साथ बातचीत की, जिन्होंने खुद को 'अलहान' और 'ओरहान' बताया। उन्हें यह मालूम था कि जो जानकारी वो दे रहे हैं, वह देश को खतरे में डाल सकती है।

एक पुलिस सूत्र ने कहा, "वे काम पाने के लिए बेताब थे, क्योंकि वे पैसे के लिए बेताब थे।"

संदिग्धों पर ईरानी एजेंटों के निर्देश पर तेल अवीव में किर्या डिफेंस हेडक्वाटर, नेवातिम और रमत डेविड एयरपोर्ट सहित आईडीएफ ठिकानों की तस्वीरें लेने और जानकारी इकट्ठा करने का आरोप है। ईरानी एजेंटों के साथ आरोपी, तुर्की मध्यस्थ के जरिए संपर्क में थे।

संदिग्धों पर जिन जगहों की जासूसी करने का आरोप है, उनमें से कुछ को पिछले साल युद्ध छिड़ने के बाद से निशाना बनाया गया है। नेवातिम बेस को दो ईरानी मिसाइल अटैक में निशाना बनाया गया और रमत डेविड को हिजबुल्लाह ने निशाना बनाया।

संदिग्धों पर आयरन डोम बैटरी, बंदरगाहों और एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर, जिसमें हदेरा का पावर प्लांट भी शामिल है, के बारे में जानकारी इक्ट्ठा करने का भी आरोप है।

रिपोर्ट के मुताबिक चैनल 12 ने बताया कि एक बार संदिग्धों ने गैलिली में वायु सेना के ऑब्जरवेशन गुब्बारे की सटीक लोकेशन की तस्वीर खींची और उसे अपने संपर्कों को भेजा। कहा जाता है कि इस जगह पर लगभग एक महीने बाद सीधा हमला हुआ था।

आरोपियों ने कथित तौर पर अपने ईरानी संपर्कों को तेहरान द्वारा अप्रैल में इजरायल पर किए गए हमले के बाद रॉकेट के प्रत्यक्ष प्रभावों के बारे में जानकारी दी। यह जानकारी इस्लामिक गणराज्य को भविष्य के हमलों में अपनी सटीकता को बेहतर बनाने में मदद कर सकती है।

शिन बेट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "जांच के हिस्से के रूप में, बहुत मटेरियल जब्त किया गया, जो नेटवर्क के मेंबर्स ने इक्ट्ठा किया था और जिसे ईरानी एजेंटों को दिया गया। इनमें देश भर में इजरायल रक्षा बलों के ठिकानों, बंदरगाहों और इजरायल में एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर की तस्वीरें और वीडियो शामिल हैं, जबकि देश कई मोर्चों पर युद्ध में है।"

अधिकारी ने कहा, "हमारा आकलन है कि इस गिरोह की गतिविधियों से इजरायल की सुरक्षा को नुकसान पहुंचा है।"

--आईएएनएस

एमके/

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

HamroGlobalMedia तपाईं पनि हाम्रो वेबसाइट मा समाचार वा आफ्नो विचार लेख्न सक्नुहुन्छ। आजै खाता खोल्नुहोस्। https://www.hamroglobalmedia.com/register